दशहरा पर हम अपने मन में छुपे हुए रावण को जलाने की शपथ लें : राजीव मेहता

नारायणगढ़ 23 अक्तूबर (रूचि वालिया): ब्ल्यू बैल्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल नारायणगढ़ के प्रांगण में विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा दशहरे का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया और राम लीला से सम्बन्धित कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए | बच्चों ने रामलीला की झांकी के रूप में राम-रावण युद्ध का प्रंसग दिखाया और श्रीराम द्वारा रावण-वध के प्रसंग की प्रभावशाली प्रस्तुति दी गई | रावण के मारे जाने पर पूरे स्कूल के बच्चों ने जय श्री राम के गगनभेदी नारों के साथ आकाश गुंजायमान कर दिया | सभी बच्चों ने अपने किरदार को बड़ी बखूबी निभाते हुए बहुत शानदार प्रस्तुति दी | इसके बाद रावण के पुतले का दहन किया गया |
विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं और अध्यापकों ने दशहरे के इस पर्व को विद्यालय में पूरी श्रद्धा और समपर्ण के साथ मनाया | इस मौके पर बोलते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव मेहता ने कहा कि हिंदू धर्म में दशहरा एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। दशहरा असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाने वाला त्योहार है। इसे दशमी भी कहा जाता है, यह अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दशहरा के त्यौहार के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं पहला भगवान राम ने इस दिन ही रावण का वध किया था और मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस के साथ चले 10 दिनों के युद्ध में महिषासुर का संहार किया था। हमें इस दिन अपने मन के अंदर विराजमान रावण को हमेशा के लिए जलाने की शपथ लेनी चाहिए |
त्यौहार सीखने का माध्यम होते हैं और हमें एकजुटता की सीख देते हैं| हजारों वर्ष गुजर गए, लेकिन भगवान राम और कृष्ण की गाथाएं हमारे समाज में जागरूकता फैलाती है | उन्होंने इस अवसर पर लोगों से राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान देने का संकल्प लेने का आह्वान किया | राजीव मेहता ने कहा कि कि हम सभी लोगों को प्रगति और समाज के संपूर्ण विकास की दिशा में काम करना चाहिए |