पानीपत जिला कोर्ट में चपड़ासी के 6 पदों के लिए उच्च शिक्षा रखने वाले युवाओं समेत 10 हजार आवेदन

पानीपत 14 मार्च : केंद्र और हरियाणा की बीजेपी सरकार कितना ही हरियाणा नम्बर 1 का ढोल पीटते रहें लेकिन हरियाणा में बेरोजगारी की पराकाष्ठा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पानीपत जिला कोर्ट में निकले चपरासी के 6 पदों के लिए हजारों हाई क्वालिफाइड युवक और युवतियां इस नौकरी पाने की आस में भी लाइनों में धक्के खाते हुए नजर आए। ये अपने आप में हरियाणा की सरकार पर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिहन है कि प्रोफेसर, शिक्षक, इंजीनियर और लेखाधिकारी बनने की योग्यता रखने वाले प्रदेश के योग्य युवा बरोजगारी के चलते खुद को चपड़ासी की नौकरी मिल जाने में भी संतुष्ट नजर आते हैं | उल्लेखनीय है कि जिला कोर्ट में चपरासी के छह पदों के लिए भर्ती निकाली गई है। इनमें सामान्य वर्ग के चार और एससी व बीसीए का एक-एक पद है। इन छह पदों पर करीब 10 हजार आवेदन आए हैं।
इंटरव्यू देने आए आवेदनकर्ताओं ने बताया कि वर्तमान सरकार में वे अपना भविष्य धुमिल होते हुए देख रहे हैं | बेरोजगार युवाओं का आरोप है कि सरकार केवल वायदे का लोलीपोप दे रही है, हकीकत में बेरोजगार युवाओं को कोई रोजगार उपलब्ध नही हो रहा है | वर्तमान बीजेपी सरकार में हजारो-लाखो युवा नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर है। इस इंटरव्यू में एक नजारा ये भी देखने को मिला कि एमबीए शिक्षित और 9 साल की नौकरी का एक्सपीरियंस रखने वाला उम्मीदवार भी चपरासी की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए पहुंचा। युवा ने बताया कि आज भी वो प्राइवेट जॉब में असुरक्षा महसूस करता है। इसलिए वह चपरासी की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए आया है हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास 9 साल का एक्सपीरियंस है, जिसमें कई साल तो उन्होंने एचडीएफसी बैंक में काम किया तो कई साल एक्सपोर्ट में काम करने का एक्सपीरियंस है।
बता दें कि आवेदनकर्ताओं को इंटरव्यू लेने के लिए अल्फाबेटिकली बुलाया गया था। सोमवार को ए से एफ नाम तक के उम्मीदवारों को बुलाया गया है। इस दौरान करीब 1050 उम्मीदवारों आए थे जो दिनभर लाइन में लगे रहे। 6 पदों के लिए आए भारी-भरकम आवेदनों के चलते इंटरव्यू कंडक्ट कराने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं जो गंभीरता से इंटरव्यू ले रही हैं |