किसानों के हंगामे के बाद मंडी में धान की खरीद शुरु, धरना समाप्त कर मंडी के गेटों को खोला

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घरौंडा (अरविन्द वालिया) : धान के सीजन में किसानों के संकट कम होते दिखाई नहीं दे रहे। पहले एक्सपोर्टर की हड़ताल के कारण मंडियों में बासमती धान की खरीद पांच दिन बंद रही और अब खरीद एजेंसियों ने पीआर धान की खरीद अचानक बंद कर दी। पीआर धान की खरीद बंद होने से किसानों में आक्रोश है। किसानों के हंगामे के बाद मंडी में धान खरीद शुर हो गई। किसानों ने धरना समाप्त कर मंडी के गेटों को खोल दिया।

किसानों ने GT रोड जाम करने की दी चेतावनी

गुस्साए किसानों ने अनाज मंडी के बाहर सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं घरौंडा में किसान मार्किट कमेटी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए । किसानों का कहना है कि अभी बड़ी मात्रा में पीआर धान खेतों में खड़ी है जिसे मंडी लेकर आना है लेकिन सरकार ने बीच अधर में खरीद बंद कर दी। पोर्टल पर फसल का रजिस्ट्रेशन भी है। इसके बावजूद खरीद नहीं हो रही। किसानों ने जीटी रोड जाम करने की चेतावनी दी है ।

सरकार की धान खरीद की नीति फेल साबित हुई

वहीं किसानों को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि सरकार की धान खरीद की नीति फेल साबित हुई है। अधिकारी मनमर्जी से खरीद बंद कर रहे है। उन्होंने कहा कि यदि 24 घंटे में खरीद शुरू नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी। स्थिति तनाव पूर्ण होती देख एसडीएम अदिति मंडी में पहुंची और किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत कर धान की खरीद शुरू करवाई।

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अजय राणा ने बताया कि मंडी में किसानों की धान सुचारु रूप से खरीदी जाए। इसको लेकर एसडीएम से बातचीत हो चुकी है। किसी गलत फैमी की वजह से धान की खरीद को बंद कर दिया गया है, लेकिन किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। वहीं एसडीएम अदिति ने बताया कि रविवार होने की वजह से मंडी में धान की लिफ्टिंग के लिए बोला गया था लेकिन मंडी में किसानों को पूर्व में यह सूचना नहीं जा पाई जिसकी वजह से यह गलतफहमी पैदा हो गई और अब मंडी में किसानों की धान सुचारू रूप से खरीदी जा रही है। प्रशासन के आश्वासन के बाद किसान शांत हुए और उन्होंने धरना समाप्त करते हुए मंडी के गेटों को खोल दिया।

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