सहकारी सोसायटी में 7 करोड़ का गबन करने के भगौड़े आरोपी ने किया आत्मसमर्पण

चंडीगढ़ | पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने करोड़ों रुपए के गबन केस में भगौड़े हुए पूर्व खजांची हरप्रीत सिंह गांव करनाना तहसील बंगा को गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी ने करनाना मल्टीपर्पज सहकारी सोसायटी लिमिटेड जिला एस.बी.एस. नगर में 7 करोड़ 14 लाख 07 हजार 596 का गबन अन्य के साथ मिलीभगत द्वारा किया था। वह 7 महीनों से भगौड़ा था और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर एस.बी.एस. नगर की समर्थ अदालत के सामने विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से तब काबू किया गया जब वह आत्मसमर्पण करने के लिए करने के लिए आया था।
विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त सहकारी सभा में 1,000 के करीब खाताधारक/ मैंबरों के अलावा 6 नियुक्त कर्मचारी हैं। इस सभा के पास एक पैट्रोल पंप, एक ट्रैक्टर के अलावा किराए पर जमीन की खेती के लिए खेती मशीनरी भी है। इसके अलावा, उक्त सोसायटी अपने मैंबरों/ किसानों को कीटनाशक और नदीननाशक भी बेचती है। इस सोसायटी के अलग-अलग सदस्यों और इस गांव के प्रवासी भारतीयों ने सोसायटी में करोड़ों रुपए की एफ.डी.आर. भी जमा करवाई हुई हैं।
विजीलैंस ब्यूरो की तकनीकी टीम की तरफ से की गई औचक चैकिंग के दौरान यह पाया गया था कि 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2020 तक सोसायटी सदस्यों की तरफ से जमा करवाई गई एफ.डी.आर. और लिमटों के द्वारा लिए गए कर्जों में 7 करोड़ 14 लाख 07 हजार 596 रुपए का गबन किया गया था। इसके अलावा यह भी पता लगा है कि आरोपियों ने 36 करोड़ 36 लाख 71 हजार 952 रुपए की गंभीर लापरवाहियां भी की हैं।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि सचिव इंद्रजीत धीर ने सोसायटी में 2 कम्प्यूटर लगाए हुए थे, जिनमें से एक में वह सदस्यों की जमा करवाई एंट्रियों को असली दिखा कर सदस्यों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए रिकॉर्ड तैयार करता था। परंतु इसके डाटा की पड़ताल पर पता लगा कि दूसरे कम्प्यूटर के द्वारा उक्त सचिव ने कैशियर और अन्यों के साथ मिल कर फ्रॉड की रकम अनुसार डाटा फीड करके विभाग के ऑडिट अफसरों और अन्य अधिकारियों को पेश करते थे। ध्यान रहे कि इस मामले में विजीलैंस ब्यूरो ने पूर्व सचिव इंद्रजीत धीर, कैशियर हरप्रीत सिंह, रणधीर सिंह, सुखविंद्र सिंह, रविंद्र सिंह और कमलीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज करके इनमें से 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है।