4 महीने के वेतन से वंचित मिड़-ड़े मील वर्कर्स ने अपना मांगपत्र बीईओ को सौंपा

5 अप्रैल को किसान-मजदूर सँघर्ष रैली में बढ़चढ़ कर भाग लेने का किया ऐलान।
नारायणगढ़ 20 मार्च। मिड डे-मील वर्कर यूनियन की नेता राज कुमारी व सीआईटीयू के नेता सतीश सेठी के संयुक्त नेतृत्व में यूनियन का प्रतिनिधमंडल खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश बत्रा को उनके कार्यलय में मिला।

यूनियन ने अधिकारी को अवगत करवाया कि वर्कर को पिछले नवम्बर 2022 से मानदेय का भुगतान नही हुआ है। इस कारण वर्कर को बहुत ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बीईओ ने आश्वासन दिया कि वह प्रयासरत है कि 31 मार्च से पहले मानदेय का भुगतान हो जाए। इस बारे आज ही जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अम्बाला को पत्र भी ईमेल भी कर दिया है।
इसके इलावा यूनियन ने बीईओ को अवगत करवाया कि स्कूलों में उनसे खाना बनाने के इलावा और भी काम लिए जाते है। इस बेगार प्रथा पर रोक लगाई जाए। यूनियन ने दस सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा जिसमें उक्त मांगो के इलावा साल के 12 महीनों के मानदेय का भुगतान करने। वर्दी भत्ता 2 हज़ार रुपए सालाना देना। ईपीएफ, ईएसआई की सुविधा प्रदान करने व काम से हटाई वर्कर को ड्यूटी पर वापिस लेना शामिल है।
बीईओ से बैठक से पहले मिड-डे-मील वर्कर यूनियन की बीइओ दफ्तर में हुई बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि वर्कर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा व न्यूनतम वेतन 26 हज़ार लागू करने। 65 साल की आयु पर रिटायरमेंट एवं ग्रेच्युटी तथा पेंशन की मांग को लेकर वर्कर दिल्ली में होने वाली सँघर्ष रैली में बढ़चढ़ कर भाग लेंगी। इसके लिए वर्कर की ड्यूटियां लगाई गई। तैयारियों की समीक्षा के लिए 25 मार्च को यूनियन की दोबारा बैठक होगी।
बैठक में राज कुमारी, प्रोमिला, किरण, सुषमा, सुनीता, गुरमीत व कविता इत्यादि उपस्थित थे।